जुनूँ होता है छा जाती है हैरत
कमाल-ए-अक़्ल इक दीवाना-पन है
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
कभी न जाएगा आशिक़ से देख-भाल का रोग
पिलाओ लाख उसे बद-मज़ा दवा-ए-फ़िराक़
परवीन उम्म-ए-मुश्ताक़
टैग:
| 2 लाइन शायरी |