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मुहम्मद अय्यूब ज़ौक़ी शायरी | शाही शायरी

मुहम्मद अय्यूब ज़ौक़ी शेर

10 शेर

वज्ह-ए-सुकूँ न बन सकीं हुस्न की दिल-नवाज़ियाँ
बढ़ गईं और उलझनें तुम ने जो मुस्कुरा दिया

मुहम्मद अय्यूब ज़ौक़ी