वो ब'अद-ए-मुद्दत मिला तो रोने की आरज़ू में
निकल के आँखों से गिर पड़े चंद ख़्वाब आगे
हसन अब्बासी
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वो ब'अद-ए-मुद्दत मिला तो रोने की आरज़ू में
निकल के आँखों से गिर पड़े चंद ख़्वाब आगे
हसन अब्बासी