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अली अकबर अब्बास शायरी | शाही शायरी

अली अकबर अब्बास शेर

10 शेर

ज़रा हटे तो वो मेहवर से टूट कर ही रहे
हवा ने नोचा उन्हें यूँ कि बस बिखर ही रहे

अली अकबर अब्बास