ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया
झूटी क़सम से आप का ईमान तो गया
for reasons of formality, I've chosen to believe
you have surely lost your faith when you so deceive
दिल ले के मुफ़्त कहते हैं कुछ काम का नहीं
उल्टी शिकायतें हुईं एहसान तो गया
she takes my heart for free and yet holds it in disdain
far from showing gratitude, she ventures to complain
डरता हूँ देख कर दिल-ए-बे-आरज़ू को मैं
सुनसान घर ये क्यूँ न हो मेहमान तो गया
I'm fearful when I see this heart so hopeless and forlorn
why shouldn't this home be desolate, as the guest has gone
क्या आए राहत आई जो कुंज-ए-मज़ार में
वो वलवला वो शौक़ वो अरमान तो गया
what solace then, if now she comes to my grave to grieve
that fervour, ardour, all are gone and hope has taken leave
देखा है बुत-कदे में जो ऐ शैख़ कुछ न पूछ
ईमान की तो ये है कि ईमान तो गया
ask not O priest what, in the house of idols, did I see
I have lost my faith for sure, I can vouch faithfully
इफ़्शा-ए-राज़-ए-इश्क़ में गो ज़िल्लतें हुईं
लेकिन उसे जता तो दिया जान तो गया
I was roundly scorned when love's secrets I did air,
at least I managed to express and she is now aware
गो नामा-बर से ख़ुश न हुआ पर हज़ार शुक्र
मुझ को वो मेरे नाम से पहचान तो गया
though the messenger displeased her, this much gratifies
at mention of my name she did not fail to recognize
बज़्म-ए-अदू में सूरत-ए-परवाना दिल मिरा
गो रश्क से जला तिरे क़ुर्बान तो गया
in my rival's company, just like a moth, it's true
my heart burnt up in envy, though, 'twas in tribute to you
होश ओ हवास ओ ताब ओ तवाँ 'दाग़' जा चुके
अब हम भी जाने वाले हैं सामान तो गया
consciousness and sanity, zeal, power are no more
it's time for me to go as well, my goods have gone before
ग़ज़ल
ख़ातिर से या लिहाज़ से मैं मान तो गया
दाग़ देहलवी