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रज़ा अमरोहवी शायरी | शाही शायरी

रज़ा अमरोहवी शेर

1 शेर

महरूमियों का अपनी न शिकवा हो क्यूँ हमें
कुछ लोग पी के ही नहीं छलका के आए हैं

for all my deprivations why shouldn't I
not only have some people sipped, they've also spilled the wine

रज़ा अमरोहवी