चौखटा दिल का यहाँ है हू-ब-हू तुझ सा कोई
होंट भी आँखें भी छब ढब भी तुझी सा फ़ेस भी
नासिर शहज़ाद
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चौखटा दिल का यहाँ है हू-ब-हू तुझ सा कोई
होंट भी आँखें भी छब ढब भी तुझी सा फ़ेस भी
नासिर शहज़ाद