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जितेन्द्र मोहन सिन्हा रहबर शायरी | शाही शायरी

जितेन्द्र मोहन सिन्हा रहबर शेर

20 शेर

छुपे हैं सात पर्दों में ये सब कहने की बातें हैं
उन्हें मेरी निगाहों ने जहाँ ढूँडा वहाँ निकले

जितेन्द्र मोहन सिन्हा रहबर




आया उन्हें पसंद तो उन का ही हो गया
कम था हमारे दिल से हमारा कलाम क्या

जितेन्द्र मोहन सिन्हा रहबर