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इरफ़ान सत्तार शायरी | शाही शायरी

इरफ़ान सत्तार शेर

29 शेर

हर एक रंज उसी बाब में किया है रक़म
ज़रा सा ग़म था जिसे बे-पनाह मैं ने किया

इरफ़ान सत्तार




हाँ ख़ुदा है, इस में कोई शक की गुंजाइश नहीं
इस से तुम ये मत समझ लेना ख़ुदा मौजूद है

इरफ़ान सत्तार