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दुष्यंत कुमार शायरी | शाही शायरी

दुष्यंत कुमार शेर

19 शेर

एक आदत सी बन गई है तू
और आदत कभी नहीं जाती

you are now like a habit to me
and from a habit one, cannot be free

दुष्यंत कुमार