EN اردو
अफ़सर जमशेद शायरी | शाही शायरी

अफ़सर जमशेद शेर

1 शेर

आ मेरे पास और कभी इस तरह चमक
मेरे बदन से भी तिरा साया तुलू'अ हो

अफ़सर जमशेद